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चुहिया रानी / मुस्कान / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
खेल कूद कर चुहिया रानी
आयी दौड़ी दौड़ी।
बोली-मम्मी आज खिला दो
गरमागरम पकौड़ी॥
मम्मी बोली-रानी बिटिया,
कहाँ खेल कर आयी?
बहुत थकी हो पहले खा लो
थोड़ा दूध, मलाई॥
चुहिया ने गुस्से में आकर
प्लेट दूध की तोड़ी।
बोली-पहले मुझे खिलाओ
गरमागरम पकौड़ी।
मम्मी बोली-अरी मुँहजली
कैसी है यह शेखी?
अभी नहीं है तू ने मेरी
तेज छड़ी यह देखी।
मार मार कर सीधी
कर दूँगी मैं तुझे निगोड़ी।
एक मिनट में ही भूलेगी
खाना गरम पकौड़ी॥