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चूड़ियां / वर्षा गोरछिया 'सत्या'
Kavita Kosh से
जानते हो तुम?
मुझे चूड़ियाँ पसंद हैं
लाल, नीली, हरी, पीली
हर रंग की चूड़ियाँ
जहाँ भी देखती हूँ चूड़ियों से भरी रेड़ी
जी चाहता है
तुम सारी खरीद दो मुझे
मगर तुम नही होते
ना मेरे साथ ना मेरे पास
खुद ही खरीद लेती हूँ
नाम से तुम्हारे
पहनती हूँ
छनकाती हूँ उन्हें
बहुत अच्छी लगती है हाथो में मेरे
कहते रहते हो तुम
कानो में मेरे चुपके से
जानते हो तुम?