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छतीसगढ़ ल राज बनाओ / माखन लाल तंबोली

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नया लहू के मांग इही हे,
छतीसगढ़ ल राज बनाओ ।

बाहिर ले आए हरहा मन,
कतेक चरिन छत्तीसगढ़ ल ।

बाहिर ले आये रस्हा मन,
चुहक डरिन छतीसगढ़ ल ।

शोमन के फादा ल टोर के,
छतीसगढ़ ल चलो बचाओ ।

कतेक हवस सब शहर गाँव म,
शोषन के अबड़ बाजार इहां।

भूख प्यास के सब बस्ती म,
नवा क्रांति के सुरूज़ उवाओ।
हमरे वर हमरे भुइयां म,
भुखमरी अऊ बेकारी है ।

बईमान मन के अब इहां,
भ्रष्टाचार एक्केदारी हे ।

ये भूइयां के सब सपूत मन,
अब तो जागो अऊ जगाओ ।