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छत्तीसगढ़ के माटी म सोन गड़े हे / गणेश विश्वकर्मा
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खेत के कमईया तोर भाग बड़े हे
छत्तीसगढ़ के माटी म सोन गड़े हे
बरसत पानी म, तय खेत ल कमाये
गरजत लहुकत ल तय कभू नई डराये
तोर रक्षा करइया, भगवान खड़े हे
छत्तीसगढ़ के माटी म सोन गड़े हे
तन ह सुखाये तोर, दिखे हाड़ा हाड़ा
अन्न ल उपजा के, सबके मूह म डारे चारा
धन हे ग किसान तोर, उपकार बड़े हे,
छत्तीसगढ़ के माटी म सोन गड़े हे
बड़े बड़े से बड़े बाबू भईया
गरीब किसान के नइये ग सुनइया
वोट बर बड़े बड़े नेता खड़े हे,
छत्तीसगढ़ के माटी म सोन गड़े हे।