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छलके न बूंदे / अमलेन्दु अस्थाना

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छल गइले बदरा बेईमान, छलके न बूंदे,
कारे-कारे मेघवा हो राम, अंखिया है मूंदे,
छल गइले बदरा बेईमान, छलके न बूंदे,
अगिया भेल सूरज अंगनवां में झांके,
व्याकुल भेल मनवा गगनवा में ताके
सखियन संग कइली गुहार, छलके न बूंदे,
छल गइले बदरा बेईमान, छलके न बूंदे,
कारे-कारे मेघवा हो राम, अंखिया है मूंदे,
रामजी के घोड़ा, रामेजी सवारी,
गर्मी से व्याकुल भेल जनता बेचारी
झिमिर-झिमिर भेज फुहार, छलके न बूंदे,
छल गइले बदरा बेईमान, छलके न बूंदे,
कारे-कारे मेघवा हो राम, अंखिया है मूंदे।।