मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
छोटी-मोटी अंगनामे बहुत पसार
राम, मिलैत-जुलैत विषहरि के भए गेल साँझ
आमा गर मिलय गेली पउती-पेटार
राम, बाबा घर मिलय गेली देल धेनु गाय
भउजो गर मिलय गेली, मुखहु ने बोल
राम, भइया गर मिलय गेली लहंगा-पटोर
छोटी-मोटी अंगनामे बहुत पसार
राम, मिलैत-जुलैत विषहरि के भए गेल साँझ
आमा गर मिलय गेली पउती-पेटार
राम, बाबा घर मिलय गेली देल धेनु गाय
भउजो गर मिलय गेली, मुखहु ने बोल
राम, भइया गर मिलय गेली लहंगा-पटोर