जंगल में राजनीति
फिर गरमायी है
शेर, लोमड़ी, भेडिये
और सियार
फिर हो गए हैं तैयार
ढूंढ़ने लगे हैं
अपना-अपना पक्ष
करने को वार
भेड़, मृग, खरगोश
और बकरी
इन सबकी फिर से
शामत
आई है
जंगल में राजनीति
फिर गरमायी है
शेर, लोमड़ी, भेडिये
और सियार
फिर हो गए हैं तैयार
ढूंढ़ने लगे हैं
अपना-अपना पक्ष
करने को वार
भेड़, मृग, खरगोश
और बकरी
इन सबकी फिर से
शामत
आई है