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जंगल में राजनीति / पूनम तुषामड़

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जंगल में राजनीति
फिर गरमायी है
शेर, लोमड़ी, भेडिये
और सियार
फिर हो गए हैं तैयार
ढूंढ़ने लगे हैं
अपना-अपना पक्ष
करने को वार
भेड़, मृग, खरगोश
और बकरी
इन सबकी फिर से
शामत
आई है