भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

जखन रघुबर संग सिया वन चलली / मैथिली लोकगीत

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

जखन रघुबर संग सिया वन चलली, मोने मोन करथि विचार
केहन करम मोरा लिखल विधाता, चौदह बरख बनवास
धीरे-धीरे चलिअउ देओर यौ लछुमन, पयर मोर अधिक पिराय
किये हम बिगारलहुँ हे माता कैकेयी, देल तरुणी वयस बनवास
भनहि विद्यापति सुनू सिया सुन्दरि, विधि लीखल मेटल ने जाय