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जनप्रतिनिधियों के पास / देवी प्रसाद मिश्र

Kavita Kosh से
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सारे जनप्रतिनिधि सफ़ेद पहनते थे — लकदक कुर्ते। जनप्रतिनिधियों के पास बूचड़ खाने थे, बसें चलती थीं, ट्रक चलते थे, उनके
इंजीनियरिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज थे।
उनके बेटे लास वेगस में जुआ खेलते थे और एमस्टरडम के वेश्यालयों में घूमते थे।
उनके पास सैकड़ों बीघे खेत थे और ट्रैक्टर और थ्रेशर और आलू के गोदाम और बीज भण्डार और तेल मिलें और चीनी मिलें और
मॉल उनकी रसोइयों में सात-आठ लोग मिलकर खाना बनाते थे।
जहाँ सात आठ चार तरह की तो चटनियाँ ही होती थीं।

कोयला खदानों दुकानों सिनेमा घरों और शेयरों की तरह जनप्रतिनिधियों के पास जन थे सचल और अचल परिसम्पत्ति की
तरह।