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जनाब आबिद शाहजहानपुरी / हुस्ने-नज़र / रतन पंडोरवी

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जनाब रतन पंडोरवी साहब मुल्क के एक बुलन्द-पाया शायर और नामवर अदीब हैं। आप के उस्ताद मरहूम एतबारुलमुल्क हज़रत दिल शाहजहांपुरी से शर्फे-तलम्मज़ हासिल है। आप मेरे अज़ीज़ दोस्त भी हैं और अज़ीज़ खाज़ा ताश ( गुरु भाई) भी। आप की पहली ग़ज़ल कब उस्ताद की ख़िदमत में आई थी, उस को देख कर मैं ने बर-जस्ता ये कहा था कि रतन साहिब का मुस्तक़बिल बहुत ताबनाक होगा। खुश हूँ कि मेरे ये पेश-गोई ठीक साबित हुई।