जब एक राज्य में सूखा पड़ा / राग तेलंग
एक राज्य में एक समय में खूब मेले लगते थे
जिनमें मिलना.जुलना ज्यादा होता था खरीदना बेचना तो बहाना था
मेले में लोग खूब बातें करतेएहंसते.खिलखिलाते
हाथ में हाथ डालकर घूमते आपस में मजाक करते
राजा को यह अच्छा न लगता
एक दिन राज्य में ऐसे मेले होना बंद हो गए
लोग उदास हो गए राजा ने उदासी पर टैक्स लगा दिया
राजा ने ऐलान किया.बहुत समृद्ध हुआ है राज्य
मगर अब भी लोग चोरी छुपे
मोबाइल पर मिलते अकेले में हंसते.बतियाते
संदेश भेजते मजाक करते
यहां भी टैक्स तो देना ही पड़ता
राज्य की समृद्धि जारी थी
दरबारियों के साथ अकेले में राजा खूब खुश होता यह सोचकर कि
लोग उदास होकर भी खुश हो लेते हैं किसी तरह भी
अचानक राजा ने इन आभासी मेलों पर प्रतिबंध लगा दिया
राज्य में उदासी और छा गई
फिर उसने खुशी को अपराध घोषित कर दिया
राज्य में सूखा पड़ गया
लोग तड़ातड़ मरने लगे
इस तरह राज्य मर गया
मरे हुए राज्य की श्रद्धांजलि सभा में बाकी देशों ने कहा
जिस देश में उदासी,खुशी,मिलने.जुलने,बतियाने पर टैक्स लगता हो
वहां का राजा कभी नहीं मरता ।