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जब ताँय तोहे छेल्हौ / कस्तूरी झा 'कोकिल'
Kavita Kosh से
जब ताँय तोहेॅ छेल्हौॅ कमाल लागै हमरा।
तोरा बिना हरदम, मलाल लागै हमरा।
चकमक महलिया, उदास लागै छै।
तोरा बिना गुम सुम चौपाल लागै हमरा।
बाजा गाजा ढोल ढाक काँटा भोंकै छै।
भाला बरछी डिस्को धमाल लागै हमरा।
गीत लाद झूमर कटार लागै छै।
तोरा बिना बिकट सबाल लागै हमरा।
बीहा बरात अजी आगिन लागैबै छै।
तोरा बिना जिनगी हलाल लागै हमरा।
जब ताँय तोहेॅ छेल्हौॅ कमाल लागै हमरा।
तोरा बिना हरदम, मलाल लागै हमरा।
01/11/15 सुप्रभात पाँच बजे