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जब मैं जागता हूँ / ऊलाव हाउगे
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जब मैं जागता हूँ, एक काला
कऊआ मेरे हृदय को नोचता है।
क्या मैं फिर कभी नहीं जागूँगा और देखूँगा
समुद्र और सितारे, जंगल और रात,
और सुबह जिसमें पक्षी गाते हैं?
अंग्रेज़ी से अनुवाद : रुस्तम सिंह