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जब सबसे आख़िरी दुख / वेरा पावलोवा
Kavita Kosh से
जब सबसे आख़िरी दुःख भी
मार चुका होगा
हमारा दर्द सब
मैं चली आऊँगी तुम्हारे पीछे-पीछे
ठीक अगली रेलगाड़ी से ।
इसलिए नहीं कि ताक़त की कमी है मुझमें
आख़िरी नतीजे को विचारने के लिए ।
बल्कि शायद भूल गए हो तुम ले जाना
दवाएँ, टाई, रेजर-ब्लेड...।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल