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जय शारदे / विमल राजस्थानी

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जय-जयति-जय-जय शारदे !
अयि शारदे ! मा शारदे !!
मन बीन को झंकार दे
सद्भाव-पारावार दे
अभिनव स्वरों का ज्वार दे
मा शारदे ! मा शारदे !!
पद-पद्म का आधार दे
मा ! अमित प्यार-दुलार दे
रस की अमिय बौछार दे
मा शारदे ! मा शारदे !!
कवि-कल्पना को धार दे
कृति को निखार-सँवार दे
श्री, सिद्धि, जय-जयकार दे
मा शारदे ! मा शारदे !!