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ज़ुनून / सपन सारन

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जुनून — आँखों में छिपी वो हंसी
जिसे पता है कि जीत गुलाबी होगी ।

जो चुपचाप शोर मचा रही है
आजुओं-बाजुओं को सता रही है
जिसके नशे में धुत्त हो
आँखें एक अडिग ज़िद्द लिए
— बिना झपके
घूरती रहती हैं इक-टुक

और जिनकी लाली में घुल
जीवन गुलाबी सा हो रहा हो …