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जागो / हँस-हँस गाने गाएँ हम / महेन्द्र भटनागर

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चहक रहीं है चिड़ियाँ चीं-चीं
तुमने अब क्यों आँखें मीचीं?

हुआ सबेरा जागो भैया
जागा तोता, जागी गैया!

यदि जल्दी उठ जाओगे,
तो खूब मिठाई पाओगे!

अम्मा ने चाय बनायी है,
मीठा हलुआ भी लायी है!

खाना है तो बिस्तर छोड़ो,
फ़ौरन मुँह को धोने दौड़ो!