टाट के पर्दे की ओट में
दमक रही हैं एक जोड़ी आँखें
कहूँगा मैं भी वली की घाँई
जादू हैं तेरे नैना...।
जादू हैं...।।
शब्दार्थ :
घाँई= जैसे, तरह
टाट के पर्दे की ओट में
दमक रही हैं एक जोड़ी आँखें
कहूँगा मैं भी वली की घाँई
जादू हैं तेरे नैना...।
जादू हैं...।।
शब्दार्थ :
घाँई= जैसे, तरह