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जामुन / मन्नन द्विवेदी गजपुरी
Kavita Kosh से
जामुन क्या काली-काली है,
मीठी कैसी रस-वाली है।
फल से काली डाल हुई है,
कहीं-कहीं पर लाल हुई है।
ऊपर, चढ़कर जाना होगा,
डालें पकड़ हिलाना होगा।
खूब पेट भर खाएँगे हम,
घर को भी ले जाएँगे हम।
लेकिन बहुत सँभलकर चढ़ना,
डाल न टूटे, गिर मत पड़ना।