जिंदा हैं तो ज़िन्दगी में काम कीजिये।
पप्पा मम्मी को न यूँ बदनाम कीजिये।।
आगे बढ़ते जाइये जीवन सफल करें।
चरित्र का निर्माण कर खुद नाम कीजिये।।
नेता दोषी हैं यहाँ इस मुल्क में सभी।
जनता का शाही खजाना जाम कीजिये।।
देते हैं उपदेश जैसे सन्त हों यही।
इनके मद को चूर सुबहो-शाम कीजिये।।
सीमा सुरक्षित है मगर सैनिक उदास हैं।
इनकी मनसा अब न कत्लेआम कीजिये।।