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जिनको प्यारा वह घर जिसने सुख दुख बाँटे खुशियाँ बाँटी / ब्रह्मदेव शर्मा
Kavita Kosh से
जिनको प्यारा वह घर जिसने सुख दुख बाँटे खुशियाँ बाँटी.
ताजमहल की सुंदरता पर उनको क्या लेना देना है॥
खुशियों वाले पाठ्यक्रमों में दुख दर्दों की विषय सूचियाँ।
पृष्ठों से मुस्कानें गायब उनको क्या लेना देना है॥
संविधान के लिखित रूप में नहीं बराबर ना स्वतंत्र हम।
सारा भाईचारा घायल उनको क्या लेना देना है॥
उद्यमिता की सीख अनहोती वे ही देते दर-दर घूमें।
ठप्पे कामचोर के जिनपर उनको क्या लेना देना है॥
बोझ किताबों का है सिर पर छोड़ें किसे-किसे अपना लें।
हावी है बाज़ार सभी पर उनको क्या लेना देना है।
बीमारी के इस मौसम में लटक गया है सफर अधर में।
मौसम भी अनुकूल नहीं पर उनको क्या लेना देना है॥