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जीतेंगे हम, बस जीतेंगे / शीतल साहू
Kavita Kosh से
जीतेंगे हम, बस जीतेंगे
आओ साथी हाथ बढ़ाओ
कदम उठाकर ताल मिलाओ
न डरो, न घबराओ
संघर्ष है, बस दम दिखाओ
बढ़े चलो, बस बढ़े चलो
और, एक साथ सब मिलकर बोलो
जीतेंगे हम, बस जीतेंगे।
तोड़ो भ्रम की दीवारें
छोड़ो मन की कुंठाये
जोड़ो विश्वास की डोरे
दे बस एक दूजे का साथ
मिलाकर एक दूजे से हाथ
एक साथ फिर मिलकर बोलो
जीतेंगे हम, बस जीतेंगे।
यह संघर्ष हम सबका है
ये कांटे और दीवारे हम सबका है
ये रोड़े और अवरोध हम सबका है।
इसे तोड़ जो जीत मिले, वह भी हम सबका है।
इसीलिए बस साथ निभाओ
इसीलिए बस दम दिखाओ
और कहो मिलकर एक साथ
जीतेंगे हम, बस जीतेंगे।