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जीवन छोटा है / संगीता गुप्ता

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जीवन छोटा है
उससे भी छोटा
तुम्हारा साथ

इन्द्रधनुष रच रहा है
कुछ पलों का साथ
न बिसरेगा कभी
न होगा ओझल
जगी - मुँदी पलकों से