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जीवन में हर जन का सुख सम्मान रहे / रंजना वर्मा
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जीवन में हर जन का सुख सम्मान रहे
सब के अधरों पर मीठी मुसकान रहे
सब हों सब के मीत प्रीत बढ़ती जाये
सब के साथ सदा सच औ ईमान रहे
जीवन का संघर्ष नित्य ही चलता है
कुछ कर ऐसा काम तेरी पहचान रहे
लोभ कभी मत करना जग की चीज़ों का
है अनित्य यह विश्व सदा यह भान रहे
एक विधाता ही तक़दीर बदल सकता
सत्य यही इसका हरदम अनुमान रहे
क्यों हों खून बहाने की बातें साथी
चार दिनों का जब जग में मेहमान रहे
पोंछें आँसू और मदद हो औरों की
दुनियाँ में खुशियों का सदा विहान रहे