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जूँ / मेराज रज़ा
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इल्लम-बिल्लम, झिल्लम झूँ,
काली-काली जूँ! जूँ! जूँ!
बालों में की घुस-पैठी,
खून चूसकर है बैठी !
मुनिया का सिर खुजलाया,
उसको तो ग़ुस्सा आया!
जल्दी से कंघी लाई,
फिर जूँ की शामत आई!