जूता महापुराण / मथुरा प्रसाद 'नवीन'
सुनला भैया जूता पुराण; जूता को दुनियाँ में महान
जब हाथ में शस्त्र न कुछ तोहरा जुत्ता तोड़ो हो नाक कान
रखिहा जुत्ता पर ध्यान सभे
जुत्ता कोय तोहर चोराबे नैं
तों नये खखिला हे एखनें
एखनै कोय दाँव गड़ाबो नैं
बस तनी सनी के गफलत में जुत्ता कोय तोहर लो न टान
सुनला भैया जुत्ता पुराण-जुत्ता हो दुनियाँ में महान
मंदिर-मस्जिद या गिरजाघर
में ध्यान रखो सब जुत्ता पर
जुत्ता पर हरदम आँख रखो
पर कान रखो सब कुत्ता पर
मन में पूजा अरघौतीला मन बंद करो सब आँख कान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
जुत्ता के चोर सभे दिन हल
ई बात न नया सुनैलियो हे
केतना पुराण के ढूंढ के हम
जुत्ता पुराण को पैलियो हे
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
त्रेता में काठ के जुत्ता हल
जे राम के भरत चोरा लेलका
राज्याभिषेक के झंझट से
ऊ अप्पन पिंड छोड़ा लेलका
हे जुत्ता चोरबै में की गुण त्रेता युग के हो ई प्रमाण
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
ऐसै सतयुग में एक समय
जब हरिश्चन्द्र वन कूल गेला
छाता तो साथे ने में गेला
जब चलैले पड़ल न काँटा पर रोहित बोलऽ हथ कान कान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
द्वापर के जुत्ता नामी हल
दरवार में हरदम बोलऽ हल
जब क्रोध चढ़ऽ हल भीम के तब
ऊ हरदम जुत्ता खोलऽ हल
क्षत्री के जुत्ता पर भैया हल चढ़ल मोंछ सन गजब शान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
कलियुगिया जुत्ता के बाहर
जुत्ते पर सारा कार-बार
हर किसिम किसिम के जुत्ता हो
बाटा फ्लेक्स या डिलीवर
हर मौसम के हर जुत्ता को जुत्ता के युग हो घमासान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
कलियुग में राजा अकबर हल
जे खुदा के जुत्ता पैलक हल
तब ठीक वैसने जुत्ता के
जोड़ा विरवल देखलैलक हल
तब सहज मूर्खता पर अप्पन बदशाहो के हल मुखमलान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
हल पृथ्वीराज के जुत्ता जे
दुश्मन के भाला सह लेलकै
बागी के बागी सन जवाव
जुत्ता जुतिया के कह देलकै
तब भाग चलल दुश्मन डर से जुत्ता के गैनें युगल गान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
जब वीर शिबाजी दुश्मन से
मिलला हल खाली हाथे में
तब खाली हाथ न हला वहां
हल छिपल शस्त्र भी साथे में
हल कर में बघनखा पग में जुत्ता फ्लेक्स आला कमान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
है कथा लिखल रामायण में
अंगद जब जुत्ता रोप देलक
तब खीस के रावण अंगद पर
कर बड़ी भयंकर कोप देलक
जब टांग उठावै लगल टलल नै जुत्ता के ऐसन गुमान
एखनें जुत्ता रूमान से पोछऽ ही
अप्पन बीबी के जुत्ती
हर रोज गाल से पोछऽ ही
फैसन के दुनियाँ में एखने जुत्ता के कैसन शान वान
फैसन के हर फुलवारी में
जुत्ता गजरा सन गजरो हो
टोपी माथा पर नै अब तो
माथा पर जुत्ता बजरो हो
चोटी पर जुत्ता चढ़ल भाय जुत्ता के पूछो नै गुमान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
आजाद देश के जुत्ता अब
कुरसी पर चढ़ के बोलऽ हो
होबो हो जेखने बकावदी
हर नेता जुत्ता खोलो हो
आपस के मारा पीटी में जुत्ता से बढ़ के नै जुगान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
बजरो हो जुत्ता माथा पर
तब माथा केतना ठनको हो
जुत्ता के मारल चाँदी में
नै केस दुबारे पनपो हो
चाँदी के बाल उड़ाबै ले जुत्ता हो प्यारे राम वाण
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
मत पूछो जुत्तम जुत्ती अब
हो हे खाली मधुशाला में
जुत्ता तो रहने नेता के
उपहार मिलऽ हे माला में
जुत्ता कैने हो दुनियाँ में एखने प्यारे धुरिया उड़ान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
मंहगी में दा सब अन्न छोड़
जुत्ता खा खा के जीओ सब
की काम हो यार कमंडल के
जुत्ते में पानी पीओ सब
जुत्ता हर वख्त के साथी केतनै घर जंगल वियावन
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
केतनै पंडित सब वेद भनै
जब काच में जुत्ता फंस जा हे
रख धर्म कर्म के ताखा पर
जुत्ता छूअै ले धंस जा हे
सब बुद्धि बिला हे तत्क्षण जब जुत्ता भक्षण कर जा हे श्वान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
सब अप्पन अप्पन जुत्ता पर
टकटकी लगैने रहो यार
मंहगी के बढ़ल जमाना में
जुत्तो के मंहगा हो बाजार
तेखने जुत्ता के कीमत में हो हल मलमल दस बीस थान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
हमरो अपन जो कारवार
रहते हल प्यारे जुत्ता के
बाटा फ्लेक्स शू पहना के
रखतूँ हल अप्पन कुत्ता के
अपनौ तो शरण गहै ले तब पड़ते हल नै जुत्ता दुकान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
जब बात याद ई आबो हो
जुत्ता हम्मर जरमनियाँ हल
पर हाल ओकर हल की करिवो
नौकर एगो रमधनियाँ हल
ऊ जाय लगल कलकत्ता तब जुत्ता ले भागल जवान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
एखने दुनियाँ के चक्कर में
जुत्ते पर सारी मजमा हो
जुत्ता ख ला सब कुछ पचतो
जुत्ता पाचक हो हजमा हो
चावल के बदले में भैया जुत्ता समेत जा निगल धान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान
सब दिन दुनियाँ के चक्कर में
सारी दुनियाँ ठलमला गेल,
जुत्तमबाजी हो गेल जहाँ
ऊ सभा तुरंत दलमला गेल
कवि जुत्ता खा खा के भी हे कविता गाबै में बड़ गुमान
सुनला भैया जुत्ता पुराण जुत्ता हो दुनियाँ में महान