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जेठाउननेमान / पतझड़ / श्रीउमेश

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देखें ऐंगना में दादी लिखल छै केहनों बढ़िया चौंक।
सौंसे गामोॅ के चौकोॅ सें हमरे छै गनगनियां चौंक॥
चौंकोॅ पर छै खड़ा केतारी, आजे छेकै देवोत्थान।
केला-सुथनी-दूध-सकरकन के लगतै नैवेद्य महान॥
सुरखा चूड़ा पंचामृत सें होतै एकरोॅ बाद नेमान।
आगनो में पंचामृत देॅ केॅ, धाने धान-नेमाने नेमान॥