जेब में
बटुआ नहीं रखना चाहते
लोग इन दिनों।
और निश्चय ही यह कोई संयोग नहीं।
ज़माने की ज़माने पर है
एक छॊटी-सी टिप्पणी।
जेब में
बटुआ नहीं रखना चाहते
लोग इन दिनों।
और निश्चय ही यह कोई संयोग नहीं।
ज़माने की ज़माने पर है
एक छॊटी-सी टिप्पणी।