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जे कौशिल्या के जाये री सखी रूप सलोना / बुन्देली

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

जे कौशिल्या के जाये री, सखी रूप सलोना
धन्य-धन्य इन माता कौशिल्या,
जिनने जे सुत जाये री। सखि रूप सलोना
धन्य-धन्य उन राजा दशरथ खों,
जिनके लाल कहाये री। सखि रूप सलोना
धन्य-धन्य उन माता कैकेयी खों,
जिनने पालना झुलाये री। सखि...
धन्य-धन्य उन राजा जनक खों,
जिन घर ब्याहुन आये री। सखि...
धन्य-धन्य उन बारी सिया खों,
जिनने जे बर पायेगी। सखि...
धन्य-धन्य उन सब सखियन खों,
जिनने मंगल गाये री। सखि...