भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

ज्ञान / विपिन चौधरी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मुझे बताया गया
सौरमंडल, सात सप्तऋषि,
गंगा, यमुना सरस्वती और देश की बाकी दम तोड़ती हुयी नदियों के बारे में
ईस्ट इंडिया कंपनी के उदय और अस्त होने का भेद
गांधी की अहिंसा और सत्य
मदर टेरसा की ममता
और सुभाष और भगत सिंह की ज़ाहिनियत और देशभक्ति

अशोक, बाबर, जहाँआरा का इतिहास मुझे रटाया गया
पाइथागोरस, अल्फा, बीटा, गामा
लाइट ईयर से लेकर सुभाषतानि के
सूत्र मेरे गले से नीचे उतारे गए

पर मुझे प्रेम के ढ़ाई आखर के बारे में मुझे कुछ नहीं बताया
युवावस्था के पहले चरण
जिससे मेरा पाला पड़ा और
मेरे सारे ज्ञान ने अपनी दिशा बदल ली