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ज्यू ब्वनू छ / मदन डुकलाण
Kavita Kosh से
ज्यू ब्वनू छ
धरती तै
खुचलिम पकडिक
थमते द्यून घड़ेक |
आगास तै
गोला लगेकी
बुथे द्यून घड़ेक |
बथों तै
थमिक जरा
ससै द्यून घड़ेक |
पाणि तै
अलगेकि
भुक्की पै द्यून घड़ेक |
आग फर
अंग्वाल बोटिक
से जों घड़ेक |