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झबला / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
छोटे-से भैया का छोटा-सा झबला।
झबले को अम्माँ ने घर पर बनाया,
झबले में गोटा सुनहरा लगाया,
झबले को भैया पर खूब सजाया,
छोटे-से भैया का छोटा-सा झबला।
झबला हुआ मैला, धोया-धुलाया,
छत पर लगी अलगनी पर सुखाया,
छत पर सुखाकर फिर खाना बनाया,
छोटे-से भैया का छोटा-सा झबला।
तेज हवा का तभी झोंका आया,
झबले को झटके से ऊपर उड़ाया,
झबले ने घर-घर का चक्कर लगाया,
झबला उड़ा तो फिर वापस न आया।
छोटे-से भैया का छोटा-सा झबला।