मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
झाँखी जे देखलौं ब्राह्मण अजीब किसिम के
यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
छोटी-मोटी लोक सब देखलौं ठाढ़
यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
छोट गहबरिया ब्राह्मण ऊँच त्रिशूलिया
यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
दस पाँच गोहरिया देखलौं ठाढ़
यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
कोढ़िआ के काया दिऔ, अन्हरा के नयन
यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
बाँझिन के दिऔ एक पुत्र, यो अहाँ ब्राह्मण बाबू