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झालमुड़ी वाला / भास्कर चौधुरी
Kavita Kosh से
उसकी झालमुड़ी में
झाल बहुत कम होता है
पर बातों में झोल बहुत होता है
उसकी झालमुड़ी का नारियल
बिल्कुल सूख चुका होता है
पर कहानियों में
पानी भरपूर होता है
उसके तेल की शीशी से तेल कम गिरता है
पर कम नहीं होती उसके हाथों की चिकनाई
उसके क़िस्सों में सास-बहू पति-पत्नी और
जाने कब और कैसे बच्चे शामिल हो जाते हैं
उसकी झालमुड़ी सबसे ज़्यादा बिकती है...