झुलसी हुई पृथ्वी की रणनीति / ईगर सीद / अनिल जनविजय
झुलसी हुए पृथ्वी की रणनीति ऐसी है
कि वह कर रही है मेरे दिल के टुकड़े-टुकड़े
जबकि उसकी अपनी परम्पराएँ हैं, अपना है रेगिस्तान ।
बुजुर्ग बैठे हुए हैं एक घेरा बनाकर और बता रहे हैं
यह बहुत पुरानी बात है, पचासियों साल पुरानी
जब वे बहुत छोटे थे
बड़े-बूढ़ों ने उन्हें बताया था
कि रेगिस्तान में कहीं
कहाँ, यह किसी को याद नहीं
एक दिन
कब, किसी को मालूम नहीं
आसमान से टपकी थी बारिश की एक बून्द ।
बड़े-बूढ़े कभी झूठ नहीं बोलते ।
वैसे भी सूखे हुए गले के साथ
जब बेहद प्यास लगी हो
झूठ बोलना सम्भव नहीं है ।
मेरा दिल टुकड़े-टुकड़े हो जाता है
रेगिस्तान पर तरस बहुत आता है
प्यार करता हूँ मैं रेगिस्तान को ।
हमारी पृथ्वी के सबसे बड़े रेगिस्तान में
एक कोने में बना है सबसे बड़ा नखलिस्तान
लेकिन उसे देख मुझे उतनी ख़ुशी नहीं होती
जितनी ख़ुद उस रेगिस्तान को देखकर ।
हज़ारों साल पहले यहाँ फैला था सदाबहार जंगल
हमारी इस धरती का सबसे बड़ा वन ।
पृथ्वी का यह सबसे बड़ा रेगिस्तान
लगता है, इससे है भारी जान-पहचान
आख़िर कारण क्या है इसका ?
हमारी पृथ्वी का सबसे बड़ा रेगिस्तान
जिसके एक कोने में बना है सबसे बड़ा नखलिस्तान ।
सरदियाँ बिताने के लिए,
गर्म देशों की ओर उड़ते हुए पँखों वाले घोड़े
आराम करने के लिए उतरते हैं यहाँ ।
रचते हैं पवित्र गीत और वचन
मैं यहीं पर जन्म लेना चाहता हूँ ।
बुजुर्गों के उस घेरे में बैठना चाहता हूँ
टूटे हुए दिल के टुकड़ों के इकट्ठा करना चाहता हूँ ।
मैं बताना चाहता हूँ कि बहुत साल पहले
रेगिस्तान में कहीं
मुझे अच्छी तरह से याद है वहीं
एक दिन जब
मुझे अच्छी तरह से याद है कब
एक टिब्बे पर खड़ा था मैं
थी सुबह-सवेरे की वेला
मेरे कन्धे पर लटका था एक ख़ाली थैला
कई दिन का उपासा था मैं
बेहद प्यासा था मैं
मेरे ऊपर हज़ार मील दूर
उड़ रहा था एक बादल भरपूर
अचानक वह आवारा, शैतान
उतर पड़ा वहाँ देख रेगिस्तान ।
मेरे सामने, मेरे पड़ोस वाले टिब्बे पर,
उस समय खड़ी थी एक विशाल छिपकली
मुँह खुला हुआ था उसका, थी बड़ी बेकली
अपने बचपन में जब वह छोटी थी असगुनियाँ
उसने भी, सुनी थीं बड़े-बूढ़ों की कहानियाँ ।
ईश्वर करता है प्यार वैसे ही रेगिस्तान से
जितना मैं करता हूँ इस दास्तान से
वहाँ अन्तरिक्ष में जहाँ पानी है बहुत
पानी के सागर हैं, बड़े-बड़े अद्भुत्त
नीला पानी बहता है दिन में, काला पानी रहता है कुदिन में
झरनों की तरह गिरती है बारिश
मिटाने को रेगिस्तान की ख़लिश
झुलसी हुई धरती पर रेगिस्तान की
ईश्वर गिराता है बारिश के झरने
इतनी भारी बारिश, इतना ज़्यादा पानी
करती है रेगिस्तान को ठण्डा बड़े प्यार से
भूल जाते हैं हम अपनी सारी बुद्धिमानी ।
गर्मी में डूबी है झुलसी हुई पृथ्वी रूखी
अन्तरिक्ष से गिरती है बारिश की बूँदें
पर वे हमारे एक मील ऊपर ही सूखीं ।
छिपकली और मैंने दूर बादल को देखा
फिर एक दूसरे को देख किया यह लेखा
फिर खोल लिए अपने प्यासे, सूखे मुँह
और सोचा अपनी परम्पराओं के बारे में
खड़े उस रेगिस्तान में, जहाँ चारों ओर थे ढूह ।
मैंने और छिपकली ने एक दूसरे को देखा
और फिर पढ़ी हमने एक-दूसरे की ललाट रेखा ।
दोनों को एक ही दुख सुहाता है
दुख हमारी पहचान को व्यापक बनाता है ।
झुलसी हुए पृथ्वी की रणनीति है यह --
पहले टुकड़े-टुकड़े कर दो इस दिल के
और फिर उन्हें जोड़ो एक साथ मिल के ।
मैं डरता हूँ कि मैं इन ट्कड़ों को जोड़ नहीं पाऊँगा
अपनी इस दुनिया को अँगोर नहीं पाऊँगा ।
एक हज़ार मील दूर उड़ेगा वह बादल
एक हजार मील दूर रहेगा सदाबहार वन ।
मैं, बस, कर सकता हूँ इतना ही इस हालत में
जब दुनिया डूबी हुई है पूरी तरह जिहालत में
लोगों के दिल फिर से मैं जोड़ूँ
उनके बीच नफ़रत का जाल मैं फोड़ूँ ।
मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब यही कविता मूल रूसी में पढ़िए
Игорь Сид
Тактика Выжженной Земли
Тактика выжженной земли –
разрывать моё сердце на куски.
Для того твои предания, пустыня.
Старейшины собираются в круг
рассказать, как много лет назад,
когда они были маленькими,
старейшины рассказывали им,
что где-то в пустыне,
никто не помнит где,
однажды,
никто не помнит когда,
упала
капля
дождя.
Старейшины никогда не врут.
Невозможно врать
с пересохшим ртом.
Разрывать моё сердце на куски
можно путём сожаления,
но пустыня – это тоже любовь.
Самый большой оазис на самом краю
самой большой пустыни на планете
восхищает меня меньше
чем сама пустыня.
Тысячу лет назад здесь шумели вечные леса,
самые большие на планете.
Почему самая большая пустыня
восхищает меня ещё больше?
Самый большой оазис на краю
самой большой пустыни.
Летя на зимовку, крылатые кони
спускаются сюда отдохнуть.
Чтобы сочинять гимны,
я должен родиться здесь.
Я собираюсь в круг
собрать разорванное на куски сердце.
Я рассказываю, как много лет назад,
где-то в пустыне,
я хорошо помню где,
однажды,
я хорошо помню когда,
я стоял на вершине дюны
с пустым рюкзаком за плечами,
раскрыв пересохший рот.
А в тысяче миль надо мной
опускалась на пустыню
бесконечная туча.
Напротив меня, на соседней дюне
крупная ящерица-агама тоже раскрыла рот.
Когда она была маленькой,
она тоже слушала рассказы старейшин.
Господь любит пустыню
так же сильно, как и я.
Оттуда, из Космоса, где полно воды,
где нет ничего, кроме глубокой воды,
голубой воды днём и чёрной воды ночью,
Он обрушивает на пустыню
водопады дождя.
Господь обрушивает на выжженную землю
водопады прохладного, невозможного дождя,
потому что любовь к пустыне лишает нас разума.
Выжженная земля окутана зноем,
все капли высыхают в миле над нами.
Мы с ящерицей смотрели на далёкую тучу
а потом друг на друга,
раскрыв пересохшие рты,
и думали о том, что предания –
это именно то, что мы обожаем.
Мы с ящерицей смотрели друг на друга
и понимали, что она – это я, а я – это она.
Страдания расширяют нам идентичность.
Тактика Выжженной Земли –
разрывать моё сердце на куски,
а потом склеивать их обратно.
Боюсь, мне уже не собрать обратно
разорванный на куски мир.
Бесконечная туча
будет высыхать за тысячу миль до нас,
а вечные леса – за тысячу лет.
Всё, на что я способен –
это дефрагментация сердца,
просто дефрагментация сердца.