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झूठ का पालन-पोषण / पुरूषोत्तम व्यास
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झूठ का पालन-पोषण बढ़िया तोर तरीके
से हो रहा
सच्च अकेला गांव के बाहर दीप लेकर
पैर फेलाये सोया रहता