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झूठ नहीं हो जाता प्यार / नंदकिशोर आचार्य
Kavita Kosh से
हमेशा नहीं चाहे
पर कई बार
जब तुम्हें प्यार कर रहा होता हूँ
तौ कौंध जाता है अचानक
वह चेहरा
जिसे तब मैं नहीं जान पाया
कि मैं प्यार करने लगा हूँ।
और तब भी
झूठ नहीं हो जाता प्यार
जो मुझे तुम से है
-बल्कि तुम और सुन्दर
और प्यारी हो जाती हो।
(1985)