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झूठ बोले बन्ना डांटे ऐसे बन्ने से डरियो / हिन्दी लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

झूठ बोले बन्ना डांटे ऐसे बन्ने से डरियो

बन्ना बन्नी को ले जायेगा तुम देखते रहियो
मैं बाबा को ले जाऊंगा तुम देखते रहियो
मैं ताऊ को ले जाऊँगा तुम देखते रहियो
बिना बुलाये आ जाये दादी ऐसी दादी से डरियो
बिना बुलाये आ जाये ताई ऐसी ताई से डरियो
बन्ना बन्नी को ले जायेगा तुम देखते रहियो

झूठ बोले बन्ना.....

झूठ बोले बन्ना डांटे ऐसे बन्ने से डरियो

बन्ना बन्नी को ले जायेगा तुम देखते रहियो
मैं पापा को ले जाऊंगा तुम देखते रहियो
मैं चाचा को ले जाऊँगा तुम देखते रहियो
बिना बुलाये आ जाये मम्मी ऐसी मम्मी से डरियो
बिना बुलाये आ जाये चाची ऐसी चाची से डरियो
बन्ना बन्नी को ले जायेगा तुम देखते रहियो

झूठ बोले बन्ना.....