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झूलण जांगी ऐ मां मेरी बाग में री / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
झूलण जांगी ऐ मां मेरी बाग में री
आं री कोए संग सुहेली च्यार
झूलण जांगी ए मां मेरी बाग में री
कोए पंदरां की मां मेरी कोए बीस की री
आं री को संग सुहेली च्यार
झूलण जंगी ए मां मेरी बाग में री
कोए गोरी ए मां मेरी कोए सांवरी री
आं री कोए संग की सहेली च्यार
झूलन जांगी हे मां मेरी बाग में री