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टंगूं / मुकेश तिलोकाणी
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हिक टंग
पाणीअ में
ॿी टंग, बाथरूम में
टी टंग
कुरसीअ ते बिराजमान
चौथी फेरनि में
पंजी ॻोल्हिा में
छहीं
कम में मश्गू़ल
सतीं मोकल जे
इंतज़ार में
अठीं चुल्हि ते
नाईं बेकारि
डंहीं छम छम में पूरी।