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टाबर ई कथैला / सांवर दइया
Kavita Kosh से
साटणियै धागां सूं ई
कंवळो है
रूपाळो है
सोवणो है
कारीगरां रो कूड़
आत्मा दांई
अजर है
अमर है
अदीठ है
हाजरियां री हां
छ्ळ छंद रो कारोबार
रुकै कोनी
चाल्या आवै इंयाई जुगा सूं
लगोलग
मतलब री चासणी में
कंठां तांईं डूब्योड़ी माख्यां रै मूण्डै सूं
कद सांमै आवै साच ?
साच री भींत सूं
भचीड़ खायां बिना खुलै कोनी
शौक में आंधै हुयोड़ै
राजा री आंख्यां
जे कदैई
साच कथैला तो
टाबर ई कथैला
कै राजा साव नागो है !