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टूटना-बनना / राग तेलंग
Kavita Kosh से
बनने के लिए टूटना
एक कारण है
टूटने के बाद बनना
एक सिद्धि
कुछ लोग जैसे हैं वैसे ही बने रहते हैं
कुछ लोग टूट जाते हैं
कुछ लोग बनते हैं फिर टूट जाते हैं
कुछ लोग टूटने के बाद बनते हैं
टूटने की प्रक्रिया को अपने लिए अपनाना होता है
यह अपनाना ही अपने को बनाने के लिए होता है
बनते रहने की ज़िद
हमेशा के लिए टूट जाने से बचाती है ।