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ठंडे से केले के नीचे नींद बड़ी आवे री / हरियाणवी

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ठंडे से केले के नीचे नींद बड़ी आवे री
जब री सासू मेरी पीसन ने खन्दावे
बाबुल की पनचक्की मोहे याद बड़ी आवे री
जब री जेठाणी मोहे रोटी ने खन्दावे
बाबुल की बाह्मनिया मोहे याद बड़ी आवे री
जब री ननद मोहे पाणी ने खन्दावे
बाबुल की झीमरिया मोहे याद बड़ी आवे री
ठंडे से केले के नीचे नींद बड़ी आवे री