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ठुमकत चाल चले दिल जनिया / मोती बी.ए.

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ठुमकत चाल चले दिल जनिया
लचकत जाए कमरिया ना
बोलिया सुनि के तोरे छएलवा
जरि जरि जाए जियरवा ना।

ददरी के मेला तोहके असों लेके जाइबि हो
किसिम किसिम के लँहगा-सारी तोहें पिन्हाइबि हो
हो गोरिया, चढ़लि जवनिया तोर
कि जइसे घेरे बदरिया ना।
ठुमकत चाल चले...

बलमा बड़ा नादान दरदिया ना पहिचाने रे
मउज मजा के आगे कुछऊ दूसर न जाने रे
इनके ठुमका लउके ला हमके तनिको सूझे डगरिया ना।
ठुमकत चाल चले...

तोहरी खातिर जनिया जल्दी डोलिया आई हो
साइति देखले दिन धइले से ना फरिआई हो
हो जनिया गड़ल करेजवा भीतर तोरी भोली सुरतिया ना
बोलिया सुनि के तोर छएलवा नाचे मनवा के मोरवा ना।
ठुमकत चाल चले...