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डँटना हो / मथुरा प्रसाद 'नवीन'

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अरे इयार
तोरा हम चीन्हऽ हियो
इहे से
हम कमर कसऽ हियो
लेकिन
कछौटा नै पीन्हऽ हियो
सब ओकरे हा राजी
जे जेतना बढ़ियाँ
छोड़ऽ हो आतिसबाजी
ई हिन्दुस्तान हो,
जहाँ आदमी के कीमत नै
पैसा प्रधान हो
लेकिन तोा डँटना हो
जिंदगी अउ मौत से सलटना हो