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डरपोक अमेरिका / मनोज बोगटी

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डरता है अमेरिका
बाँस के जंगलों में लगी आग से डरता है अमेरिका
किसी उत्सव में अम्बर को चीरते
फटनेवाले राकेट पटाखे से डरता है अमेरिका
एकटुक अंधेरे से डरता है अमेरिका ।

जब किसी मज़दूर का टिफ़िनबक्स खुलता है
और निकलती हैं जली हुई रोटी
अमेरिका के होशो-हवास उड़ जाते हैं ।

रोटी का रंग क्यों काला?
रोटी का आकार क्यों है गोल?
पूछता है अमेरिका
पूछ-पूछ कर परेशान करता है अमेरिका ।

स्कूल जाने से पहले बच्चों का बैग खंगालता हैं
एक-एक पन्ना पलटता रहता है
और उनके द्वारा सीखे जाने रहे टेढ़े-मेढ़े वर्णों को ध्यान से देखता है
अपनी बीवी को ई०मेल भेजकर
कैफ़े से जब निकलता है एक युवक
उसकी भाषा के पीछे पड़ती है खुफ़िया पुलिस
’क्या लिखा उसने ?’
पूछता है अमेरिका ।

कहीं ज़ोरों से कुत्ते के भौकने से सो नहीं पाएगा अमेरिका
कहीं सुनसान होने पर सो नहीं पाएगा अमेरिका
डरता है अमेरिका ।

जब अमेरिका डरता है तो शुरू होती है विचारों पर निगरानी
गानों के पीछे लग जाता है
कविता की भाषा का विश्लेषण करता है ।

और घंटों तक इसी में खोया रहता है.
जब अमेरिका डरता है, किसी भी घर की शान्ति गुम हो जाती है.
जब अमेरिका डरता है, अन्धेरे में बहती हवा संदिग्ध बन जाती है.
जब अमेरिका डरता है अपनी ही बेटी के अन्तःवस्त्रो को टटोलता है.
चूल्हे में आग की सुगबुगाहट से अमेरिका का दिमाग घूमने लगता है.
आँगन से सूरज के धीरे-धीरे चलने से अमेरिका को कपड़े चुभने लगते हैं ।

कहीं ज़ोर से बच्चे के रोने पर
अमेरिका अपना हाथ जेब में ले जाता है ।
सही जगह है या नहीं पिस्तौल ?
चित्रकार के कैनवास में क्यों अधिक है लाल रंग ?
कविता सुनाते वक्त कवि क्यों बांध लेता है अपनी मुठ्ठी ?
क्यों गायक के संगीत में ककर्शता ज़्यादा है ?
बीवी की क्लिप में केमरा जैसा क्या है वह ?
बेटी का ब्वायफ्रेंड क्यों जलाता है
बिना ब्राण्ड की कम्पनी का लाइटर
डरता है अमेरिका ।

अमेरिका जब डरता है पृथ्वी का साया खो जाता है ।
डरपोक अमेरिका
दिमाग से डरता हैं
मरने से डरता हैं
या जीने से डरता हैं ?
बस, डरता है अमेरिका ।