डेंगा डुबावना / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा
होरे सुमिरे लागली हे माता तैतीस कोटि देव हे॥
होरे सुमिरे लागली हे माता ईश्वर महादेव हे।
होरे सुमिरे लागली रे माता बीर हनुमान हे॥
होरे गाढ़े बेरी आने हे हनुमन्त होइबो सहाय हे।
होरे इतना सुनते हे हनुमन्त आये तो जुमल रे॥
होरे कौन दुख परलों गे माता कहीं समुझाय रे।
होरे किये दो कहब रे पूता कहलो नहीं जाय रे॥
होरे चन्दवा जितल रे पूता हमें जे हारला रे।
होरे डेगी डुवायेबे हे हनुमन्त त्रिवेणी केर घाट हे॥
होरे बोलेतो लागल हे हनुमन्त चांदों से जवाब हे।
होरे हमरा भेजले हे चांदो तैतीस कोटि देव हे॥
होरे पुजहो हे आवे चांदो मैना बिषहरी हे।
होरे हमना पूजबे हे हनुमन्त कानी बेंगखोकी हे॥
होरे हम पूजई रे छीए ईश्वर महादेव हे।
होरे एतना सुनिये हे हनुमन्त क्रोधित भेलौ हे॥
होरे हमरे तोहरे रे चांदो लागल विबाद हे॥
होरे कूदि के चढ़ल हे हनुमन्त डेंगी के ऊपर हे।
होरे बारहो तो डंगी हे हनुमन्त त्रिवेनी डुबावलेहे॥
होरे धन ते सम्पति हे बनियाँ डूबल डेगी नाव हे।
होरे देखले से आवे रे बनियाँ बुड़ल डेगी नाव हे॥
होरे तैयो नहीं माने रे दैवा चांदो सौदागर हे।
होरे छवां पुत्र आवे हे हनुमन्त त्रिवेनी डुबोवले हे॥
होरे सातो बाप पूत आवे रे चांदो त्रिवेनी पीए हे।
होरे उब डूब करिहरे चाँदो ढोकापानी पीए हे॥
हरे बोले तो लगलि हे माता मैना बिषहरी रे।
होरे चंदवा मारबे हनुमन्त पूजा कौन देर हे॥
होरे चांदो सौदागर हे हनुमन्त उपर करहु हे।
होरे टांकी धरि आधे हे हनुमन्त परकरि देयल हे॥
होरे गोरखिया रूप हे हनुमन्त देले दरशन हे।
होरे जिअही जिअहौ रे बेटा लाख बरीस हे॥
होरे बेरनी से भेल रे दैवा मैना बिषहरी हे।
होरे धन जन आवे हे देवता देत पलटाय हे॥
होरे होइत सहाय हे देवता भोला महादेव हे।
होरे सकल धन जन हे देवता देत पलटाय हे॥
होरे चलि भेल आवे रे बनियाँ चौपाई नगर रे।
होरे आगू होय आवे रे बिषहरी देले दरशन हे॥
होरे आवहु पुजहु रे बनियाँ मैना बिषहरी हे।
होरे धनजन तोर रे बनिया सकल पलटाए बे रे।
होरे तैयो नहीं मानें रे बनियाँ चांदो सौदागर रे॥
होरे चलि भेली आवे हे बिषहरी चौपाई नगर रे।
होरे जाई तो जुमलौ हे बिषहरी चांदवा आवास हे।
होरे कहबे लागली हे माता सोनिया से आने हे॥
होरे तोही मोरा पुजंहो हे माता सोनिया से आवे हे।
होरे एतना सुनिए हे सोनिया मन खुशी भेली हे॥
होरे सोना के कलस हे सोनिका धरले अवास हे।
होरे करे तो लगली हे साहुनी पूजाके सर जाम हे॥
होरे आनलसे आवे साहुनी कुम्हार घरका भांड़रे।
होरे आनल से आवे हे साहुनी तेलिया घरके तेल हे॥
होरे तेहितो औसर रे चांदो आय तो जुमल रे।
होरे देखलस आवे हे चांदो पूजा के सरजाम रे॥
होरे लाती मारे आवे हे चांदो कलश भागले रे।
होरे कौन खुशी आवे साहुनी पुजवा करहु हे॥
होरे छवो पुत्र तोर हे साहुनी त्रिबेनी डुबलो हे।
होरे बारहो डेगी हे साहुनी त्रिबेनी डुबलो हे।
होरे हमरा डुबावल हे साहुनी ऊपर करि देल हे॥
होरे पुत्र नामे आवे हे साहुनी रोदना करेले हे॥
होरे पुत्र 2 करि रे कांदे सोनिका साहुनी हे।