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तब तो बात करोगी मम्मी / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
मम्मी सारे काम करूँगा
नहीं कभी मैं नहीं कहूँगा,
घर के हों या फिर बाहर के
हँस-हँसकर सब काम करूँगा।
तब तो बात करोगी, मम्मी,
तब तो बात करोगी?
नहीं ढिशम-ढूँ, घूँसे, बक-झक
नहीं किसी से झगड़ा-झंझट,
मिल-जुलकर रहना सीखूँगा
काम करूँगा सारे झटपट।
अच्छा बच्चा कहलाऊँगा
सबका ही मन बहलाऊँगा,
तब तो बात करोगी, मम्मी,
तब तो बात करोगी?
घर आकर के सबसे पहले
बस्ता ठीक जगह पर रखना,
सीख लिया है होमवर्क में
नहीं फिसड्डी बिल्कुल रहना।
नहीं रूठकर तंग करूँगा
नहीं शांति मैं भंग करूँगा,
सीख लिए कुछ नए रंग ही
जीने के कुछ नए ढंग ही।
अब तो बात करोगी, मम्मी,
अब तो बात करोगी?