भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तस्वीरें / मुकेश मानस

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कुछ तस्वीरें
दीवारों पे सजती हैं

कुछ तस्वीरें
एलबमों में लगती हैं

कुछ तस्वीरें
दिलों में बसती हैं

रचनाकाल : 1989