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तस्वीरें / राजेश चड्ढ़ा
Kavita Kosh से
तस्वीरें
चिपकी रहती हैं
दीवारों पर ।
जब कभी
उन से ,
लिपट जाती हैं
स्मृतियां ,
बोलने लगती हैं
तस्वीरें ।